अरविन्द केजरीवाल को SC ने फिर भेजा नोटिस
नई दिल्ली: लगता है कि, दिल्ली के मुख्यमंत्री देश की शीर्ष न्यायलय के नजरों में चढ़ चुके हैं। इस बार सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें कपिल सिब्बल के बेटे की अर्जी पर मानहानि केस में नोटिस भेजा है। इसमे सिर्फ अरविन्द ही नहीं बल्कि, उनकी पार्टी के शीर्ष नेता, मनीष सिसोदिया, प्रशांत भूषन, शाजिया इल्मी भी शामिल हैं।
आपको बता दें कि, पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के पुत्र अमित सिब्बल ने कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। याचिका में कहा गया था कि, इन चारों ‘आप’ नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस कर दावा किया था कि टेलीकॉम मंत्री कपिल सिब्बल ने वोडाफोन को फायदा पहुंचाया क्योंकि इस कंपनी के वकील उनके बेटे अमित सिब्बल हैं। जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने आज मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल समेत उनके अन्य तीन नेताओं के खिलाफ मानहानि का नोटिस भेज दिया है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा है कि, इन चारों के खिलाफ मानहानि का केस ट्रायल कोर्ट में भी चलाया जा सकता है।
आपको बता दें कि, अमित सिब्बल ने इससे पहले निचली अदालत में अरविन्द, मनीष, शाजिया और प्रशांत पर मानहानि का मुकदमा दर्ज करवाया था। जिसपर अरविन्द केजरीवाल हाई कोर्ट चले गए थे। हाईकोर्ट में अरविन्द ने चारों को आरोपों से बरी करने की अर्जी लगाई थी। हाई कोर्ट ने भी इन्हें राहत देते हुए मामला ख़त्म कर दिया था। लेकिन, अमित सिब्बल ने हाईकोर्ट के निर्णय को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। जिसे अब सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के आदेश को खारिज करते हुए केजरीवाल और उनकी तीन साथियों को नोटिस जारी कर दिया है।
गौरतलब है कि, केजरीवाल ने सिब्बल पर आरोप लगाया था कि उन्होंने कानून मंत्री बनने के 24 घंटे के भीतर ही हचिसन एस्सार को वोडाफोन की 11,217 करोड़ की देनदारी का मामला कोर्ट के बाहर ही निपटवा दिया था। आप नेताओं के मुताबिक कपिल सिब्बल ने ऐसा तब किया था, जब उनके बेटे अमित हचिसन में काम कर रहे थे।
मानहानि के ऐसे ही एक और केस में केजरीवाल मुश्किल में हैं। कुछ दिन पहले केजरीवाल ने आप कार्यकारिणी की बैठक में खुले तौर पर कई नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए उनकी सूची जारी की थी। इस पर भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व नेता नितिन गडकरी ने उन्हें सुप्रीम कोर्ट से नोटिस भिजवाया था।