आकलैंड टेस्ट: बैकफुट पर टीम इंडिया, कैच टपकाना पड़ा भारी
ऑकलैंड: ऑकलैंड में हो रहे टेस्ट मुकाबले का पहला दिन मेजबान न्यूजीलैंड के नाम रहा। स्टंप्स तक कीवी टीम ने 4 विकेट के नुकसान पर 329 रन बनाए। कप्तान ब्रेंडन मैक्कुलम 143 और कोरी एंडरसन 42 रन बनाकर नाबाद रहे। शीर्ष स्तरीय बल्लेबाज केन विलियमसन ने 113 रन की शानदार पारी खेलकर टीम इण्डिया के गेदबाजों को खूब दुखी किया। इशांत शर्मा और जहीर खान को 2-2 विकेट मिले, लेकिन कोई भी गेंदबाज रनों की रफ्तार को नहीं रोक सका। इशांत शर्मा ने अपने टेस्ट कैरियर का 150वां विकेट लिया।
पहले सेशन में जब इशांत और जहीर ने मिलकर 3 विकेट चटकाए और न्यूजीलैंड को 54 रन पर रोके रखा, तो लगा कि धोनी का फैसला सही था, लेकिन जल्द ही पासा उल्टा पड़ गया। महज 30 रन पर 3 विकेट लेने के बाद टीम इंडिया ने मौक़ा गवां दिया। तीन कारणों से पहले सेशन में मिली जीत स्टंप्स तक टीम इंडिया के लिए हार में परिवर्तित हो गई।
टीम इंडिया को अपने सबसे काबिल तेज गेंदबाज जहीर खान से काफी उम्मीदे थी। एक दिवसीय श्रृंखला में 0-4 से हार के बाद काफी क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने जहीर खान की कमी खलने को हार का कारण बताया था, लेकिन उनके आने के बाद भी टीम की तस्वीर नहीं बदली। जहीर की गेंदबाजी में ना तो रफ्तार थी ना सटीकता।
जहीर ने 122-124 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदें डालते हुए कई बार अपनी लाइन और लेंथ से भटके। उन्हें केन विलियमसन का विकेट भी बेहद घटिया गेंद पर मिला। उस गेंद पर विलियमसन चौका लगा सकते थे, लेकिन गलती से गेंद बल्ले का किनारा लेते हुए विकेट के पीछे चली गई। जहीर एक लीडर की तरह गेंदबाजी करने में पूरी तरह फेल हुए। लंच तक उन्होंने 9 ओवरों में 28 रन देते हुए 1 विकेट चटकाया था, लेकिन दूसरे सत्र में उन्होंने कुल 6 ओवर गेंदबाजी की जिसमें उन्होंने 39 रन लुटाए। आखिरी सत्र में उन्होंने 8 ओवर डाले जिनमें उन्होंने 1 विकेट लेते हुए 31 रन खर्च किए।
टीम इण्डिया के क्षेत्र रक्षकों ने भी आज भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को निराश किया। मैच का पहला कैच दूसरे ही ओवर में शिखर धवन ने टपकाया। कीवी ओपनर फुल्टन को शिखर ने जहीर की गेंद पर गिराया। गेंद आराम से दूसरी स्लिप पर खड़े रोहित शर्मा के पास जा रही थी, लेकिन धवन ने हीरोगिरी दिखाने के चक्कर में डाइव लगाई और विलेन की तरह कैच टपका बैठे।
उसके बाद 29वें ओवर में मोहम्मद शमी के ओवर में केन विलियमसन ने एक गलती की, लेकिन पहली स्लिप पर खड़े मुरली विजय कैच लपकने में नाकाम रहे। इशांत शर्मा ने अपनी ही बॉल पर कैच टपकाया। टीम इण्डिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अंतिम ग्यारह में एकमात्र स्पिनर के तौर पर रविंद्र जडेजा को शामिल किया। उन्होंने रविचंद्रन अश्विन को आराम देते हुए यह बोल्ड स्टेप तो लिया, लेकिन जडेजा उनकी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। हालांकि, पहले दिन स्पिनर्स को पिच से कोई मदद नहीं मिलती, लेकिन जडेजा रन रोक सकते थे। जडेजा ने 20 ओवरों की बॉलिंग में 81 रन लुटाए। जहीर खान के बाद वे दूसरे सबसे खर्चीले गेंदबाज रहे।