भाजपा-शिवसेना की दोस्ती टूटने के कगार पर पहुंची
23 Sep 2014
नई दिल्ली: भाजपा और शिवसेना की 25 साल पुरानी दोस्ती बचाने के लिए भाजपा ने सोमवार को नया प्रस्ताव पेश किया। पार्टी ने अपने लिए अब 135 की बजाए 130 सीटों की मांग रखी है। मगर शिवसेना किसी भी कीमत पर 126 से ज्यादा सीटें देने को तैयार नहीं है। ऐसे में महज चार सीटों के लिए भाजपा-शिवसेना का गठबंधन टूटने के कगार पर पहुंच गया है। शाह ने उद्धव से बात की!: इस बीच सोमवार को चर्चा थी कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से फोन पर बात की। उन्होंने सीटों का मसला सुलझाते हुए गठबंधन बचाने की अपील की। मगर मातोश्री के सूत्रों ने इसकी पुष्टि नहीं की है। भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति से मिले अधिकार के बाद पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने उद्धव ठाकरे से बात कर उन 59 सीटों पर चर्चा की जो शिवसेना लगातार 25 साल से हार रही है। सूत्रों के अनुसार भाजपा ने इनमें से अपने लिए वे 11 सीटें मांगी हैं, जहां शिवसेना 20 हजार से ज्यादा वोट कभी हासिल नहीं कर सकी है। शिवसेना दो स्थितियों में समझौते को तैयार- शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मिशन-150 प्लस से दो स्थितियों में ही समझौता करने की बात कही है। पहली यह कि गठबंधन शिवसेना का मुख्यमंत्री स्वीकार करे और दूसरा शिवसेना कम से कम आधी सीटें 144 तो लड़ेगी ही।