अब मनचलों की खैर नहीं
मुंबई: मायानगरी की लाइफ़लाइन यानि कि, मुंबई की लोकल ट्रेन में महिलाओं से छेड़छाड़ और बदसलूकी करने वाले मनचलों की अब ख़ैर नहीं है| लोकन ट्रेनों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए रेलवे प्रशासन ने कमर कस ली है| रेलवे प्रशासन ने सभी लोकल ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का फैसला किया है| अगर कहीं किसी महिला के साथ छेड़खानी की बात सामने आती है तो आरोपी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी| प्रशासन की इस पहल का महिलाओं ने स्वागत किया है| ज्यादातर महिलाओं की राय है कि, ऐसी पहल से महिलाओं के साथ छेड़खानी में कुछ कमी जरूर आएगी| सीसीटीवी कैमरों के जरिए ट्रेनों में नजर रखी जाएगी कि, कहीं कोई मनचला किसी महिला को परेशान तो नहीं कर रहा है| वहीं सुरक्षा की दृष्टि से भी सीसीटीवी कैमरों से नजर बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जा रही है|
मुंबई की लोकल ट्रेनों से 6 लाख या इससे ज्यादा लोग रोज सफर करते हैं| अप्रैल 1853 में अंग्रेजों ने भारतीय रेल और मुंबई उपनगरीय रेलवे (लोकल ट्रेन) की नींव रखी थी और, 1857 से इसका संचालन शुरू हुआ था| ये एशिया की सबसे पुरानी रेलवे प्रणाली है| भारत में पहली रेल मुंबई से ठाणे तक 34 किलो मीटर की दूरी तक चलाई गई थी|