सीएम केजरीवाल ने किया सरकारी बंगला लेने से इनकार
नई दिल्ली: सरकारी बंगले में रहने के मामले पर उठे विवाद के बाद अब अरविंद केजरीवाल ने यू-टर्न ले लिया है| केजरीवाल ने सरकारी बंगले में रहने से इनकार कर दिया है| केजरीवाल के मुताबिक, उनके समर्थकों और जनता की ओर से आए कुछ मैसेज और फोन कॉल्स के बाद उन्होंने ये फैसला लिया है कि, वो सरकारी बंगले में नहीं रहेंगे और अपने लिए छोटे घर की मांग करेंगे| तब तक अरविंद केजरीवाल गाजियाबाद के कौशांबी स्थित अपने घर में ही रहेंगे|
गौरतलब है कि, अरविंद केजरीवाल को भगवान दास रोड पर 2 सरकारी बंगले मिले थे, जिसमें वो शिफ्ट होने वाले थे| लेकिन विधानसभा चुनाव के दौरान अपने घोषणा पत्र में केजरीवाल ने किसी भी तरह की सरकारी सुविधाएं लेने से इनकार किया था जिसमें, सरकारी बंगला, सुरक्षा और लाल बत्ती लगी सरकारी गाड़ी भी शामिल थी| लेकिन आप के कुछ मंत्रियों की ओर से सरकारी गाड़ी के इस्तेमाल के बाद से ही आम आदमी पार्टी पर उंगलियां उठने लगी थीं|
अरविंद केजरीवाल दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब पहुंचे थे जहां, उन्होंने ये बात कही| दिल्ली में सरकार और फिर स्पीकर का टेस्ट पास करने के बाद अब आम आदमी पार्टी की नजर लोकसभा चुनाव पर है| आज आप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में आयोजित हुई| इस बैठक में लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा की गई, और ये भी बात सामने आई कि, 10 से 15 दिनों के अंदर पार्टी अपने लोकसभा प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर देगी| इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की नजर हरियाणा और उत्तराखंड जैसे छोटे राज्यों पर होगी| हाल ही में पार्टी के नेता योगेंद्र यादव ने हरियाणा का दौरा किया था| छोटे राज्यों के अलावा आम आदमी पार्टी अहम लोकसभा सीटों पर भी उम्मीदवार उतार सकती है| पहले ही राहुल के चुनाव क्षेत्र अमेठी से कुमार विश्वास चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं|