हुड्डा ने किया हरियाणा में अलग SGPC के गठन का ऐलान
06 Jul 2014

 

कैथल: हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्य के लिए अलग एसजीपीसी के गठन का ऐलान कर दिया है। हरियाणा के कैथल में सिखों के सम्मेलन में हुड्डा ने ये ऐलान किया। इस ऐलान के बाद हरियाणा और पंजाब के अलग-अलग एसजीपीसी होंगे। हुड्डा ने कहा कि, 11 जुलाई को विधानसभा सत्र के दौरान वो इस फैसले को कानून की शक्ल दे देंगे। गौरतलब है कि, हरियाणा के सिखों का एक धड़ा पिछले 14 साल से अलग एसजीपीसी की मांग कर रहा था। उनकी दलील है कि, जब दिल्ली और देश के दूसरे हिस्सों के सिखों ने अपनी एसजीपीसी गठित की है तो फिर, हरियाणा के सिखों की अलग एसजीपीसी क्यों नहीं है।
 
फिलहाल SGPC अमृतसर ही पंजाब, चंडीगढ़ के अलावा हरियाणा और हिमाचल के भी गुरुद्वारों को देखता है। 2004 में पहली बार सीएम बनने के बाद हुड्डा ने इसका वादा किया था लेकिन, इसपर अमल नहीं हो पाया। इसके बाद 2009 में दोबारा सीएम बनने के बाद हुड्डा ने फिर वादा किया और रविवार को उसका ऐलान कर दिया। चुनावी साल में हुड्डा के इस फैसले को सियासी हितों से जोड़कर भी देखा जा रहा है। हरियाणा में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं और कुल 90 में से 30 सीटों पर सिख वोट जीत-हार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हुड्डा ने कैथल सिख सम्मेलन में इस बात का ऐलान किया कि, इस हफ्ते शुरू होने वाले मॉनसून सत्र में 11 तारीख को इस बारे में बिल विधानसभा में पेश किया जाएगा।
 
अब एसजीपीसी अमृतसर ने इसे सिखों को बांटने की साजिश बताया है। वो हरियाणा के लिए अलग एसजीपीसी की मांग का हमेशा से विरोध करता रहा है क्योंकि, इससे उसकी ताकत कम होगी और हरियाणा के कई ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण गुरुद्वारे उसके हाथ से निकल जाएंगे। शिरोमणि अकाली दल बादल गुट भी इसी सुर में अपना सुर मिला रहा है। इंडियन नेशनल लोक दल और बीजेपी भी इस मुद्दे पर हुड्डा सरकार का विरोध कर रही हैं।

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