मैं पीएम बनूं या नहीं ये सब बेमानी बाते हैं: राहुल गांधी
05 Mar 2014
नई दिल्ली: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों महाराष्ट्र दौरे पर हैं। अपने दो दिवसीय महाराष्ट्र दौरे के दौरान राहुल गांधी ने आज कहा कि, वह प्रधानमंत्री बने या नहीं, यह सब बातें बेमानी है लेकिन मुद्दे की बात यह है कि महिलाओं और युवकों समेत सभी भारतीय महसूस करते हैं कि यह उनका देश है। यह बातें राहुल ने आज यहां एक इंजीनियरिंग कालेज में आदिवासी युवकों के साथ बातचीत करने के दौरान कही।
दरअसल, एक युवक ने आज उन्हें प्रधानमंत्री बनने की शुभकामनाएं देने लगा जिसका जवाब देते हुए राहुल ने कहा कि, 'मेरा प्रधानमंत्री बनना या नहीं बनना कोई मायने नहीं रखता. सबसे महत्वपूर्ण यह है कि यहां देश में जो भी हैं, खासतौर से महिलाएं और युवक महसूस करें कि यह उनका अपना देश है।' युवकों का राजनीति की मुख्य धारा में आने का आह्वान करते हुए राहुल ने कहा कि, एक भी युवक ऐसा नहीं होना चाहिए जो कहता हो कि वह अपने देश में डरा हुआ है। राहुल गांधी ने कहा, 'मैं अगले दस सालों में आपके बीच से विधायक, पार्षद और सांसद और यहां तक कि प्रधानमंत्री भी, देखना चाहता हूं।'
राहुल ने इस दौरान राष्ट्रपति महात्मा गांधी और हिटलर को उदाहरण के तौर पर युवाओं के सामने प्रस्तुत किया। महात्मा गांधी और हिटलर की तुलना करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जर्मन तानाशाह चिल्लाता था क्योंकि उसमें विश्वास का अभाव था। लेकिन क्या गांधीजी कभी चिल्लाए? क्योंकि उनमें विश्वास था। महात्मा गांधी की तरह, बोलते समय विनम्रता बेहद आत्मविश्वास का प्रतीक है. विश्वास आक्रोश के रूप में नहीं दिखना चाहिए।
राहुल ने कहा कि, 'किसी भी बात को आक्रामक रूप से कहने की जरूरत नहीं है. आप इसे प्यार से भी कह सकते हैं। बहुत लोग आपके साथ होंगे। राहुल गांधी ने कहा, 'यदि कोई भी, चाहे वह राहुल गांधी हो या पृथ्वीराज चव्हाण, यह कहता है कि वह आपसे अधिक जानता है तो वह झूठ बोल रहा है। साथ ही राहुल ने कहा कि, 'मेरी आपसे अपील है कि, विशेषकर आदिवासी युवकों से कि राजनीति की मुख्यधारा में आएं। देश के युवकों के लिए मेरा संदेश है कि यहां के युवाओं में जो प्रतिभा और क्षमताएं हैं वे कहीं और नहीं हैं।
05 Mar 2014