घर में शेर बाहर हुए ढेर..! टीम इण्डिया ने गवाई सीरीज
डरबन: बिलकुल ठीक समझे आप...! कुछ ऐसा ही देखने को मिला जब टीम इण्डिया का मुकाबला दक्षिण अफ्रीका से हुआ। अभी हाल के दिनों पर अपने घर यानि भारत में टीम इण्डिया के सदस्यों के बल्ले से जमकर रन निकले लेकिन जब वह दक्षिण अफ्रीका पहुंचे तो वहां वह चारो खाने चित यानि उनकी सिट्टी-पिट्टी गुल हो गई। अब आलम यह है कि दोनों ही मुकाबले में अब तक टीम इण्डिया को हार का मुंह देखना पड़ा है और वह भी बहुत ही बुरी तरीके की। इस तरह से टीम इंडिया तीन मैचों की सीरीज में 2-0 से पीछे है। अब यह देखना बाकी है कि क्या टीम इंडिया अंतिम मैच को जीत पाती है अथवा दक्षिण अफ्रीका क्लीन स्वीप करेगी।
इससे पहले टीम इण्डिया ने टास जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण का निर्णय लिया। पहले बल्लेबाजी का निमंत्रण मिलने पर दक्षिण अफ्रीका ने निर्धारित 49 ओवरों में अपने सलामी बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक (106) और हाशिम अमला (100) के शानदार शतकों के दम पर टीम इंडिया के सामने 281 रनों का लक्ष्य रखा। जबाव में उतरी टीम इंडिया की हालत शुरू से ही खस्ती रही परिणाम स्वरुप पूरी टीम मात्र 35.1 ओवर में 146 रन पर ही सिमट गई।
दक्षिण अफ्रीका ने अमला और डिकॉक के पहले विकेट के लिए 194 रनों की साझेदारी कर अपनी टीम को मजबूत शुरुआत दी। डिकॉक ने 118 गेंदों में नौ चौके लगाकर 106 रन और अमला ने 117 गेंदों में आठ चौके जड़कर 100 रन बनाते हुए टीम इंडिया के गेंबाजों की जमकर क्लास लगाई और एक बार फिर से टीम इण्डिया की गेदबाजी की कलई खुलकर सामने आ गई।
डिकॉक लगातार दूसरा शतक लगाने के बाद ज्यादा देर टिक नहीं सके और आर अश्विन की गेंद पर रोहित शर्मा को कैच थमा बैठ। डिकॉक के जाने के बाद बल्लेबाजी करने उतरे कप्तान एबी डिविलियर्स (3) को रवींद्र जडेजा ने जल्दी चलता कर टीम को बड़ी राहत दिलाई। अमला भी शतक पूरा करते ही शमी की गेंद पर विकेट के पीछे लपक लिए गए। इसी ओवर में समी ने डेविड मिलर को बिना खाता खोले पवेलियन लौटा दिया। जेपी डुमिनी (26) और जैककैलिस (10) भी बहुत देर क्रीज पर टिक नहीं सके।
इस बीच लगातार विकेट गिरने के कारण दक्षिण अफ्रीका का रन औसत काफी गिर गया। मेजबान बल्लेबाज 36वें ओवर में पहला विकेट गिरने से लेकर 45वें ओवर तक कुल 10 ओवरों में 4.4 के औसत से 44 रन ही बना सके। हालांकि आखिरी चार ओवरों में जरूर 41 रन बन गए, जिसमें आखिरी ओवर में बना 20 रन भी शामिल है।
भारतीय टीम के बल्लेबाज एक बार फिर स्टेन एंड कंपनी के सामने बेबस नजर आए। दस ओवर के भीतर केवल 34 रन पर भारत ने अपने शीर्ष चार बल्लेबाज धवन (00), कोहली (00), रोहित (19) और रहाणे (08) के विकेट गंवा दिए। रैना (36), जडेजा (26) ने मिलकर भारत के स्कोर को सौ के पार पहुंचाया। मेजबान टीम की तरफ से सोतसोबे ने चार विकेट, स्टेन ने तीन और मोर्केल ने दो विकेट झटके।
पिछले मैच की हार से सीख लेते हुए कप्तान धौनी ने सीरीज में बने रहने के लिहाज से इस मुकाबले के लिए टीम में गेंदबाजी विभाग में कुछ बदलाव किए। उन्होंने भुवनेश्वर कुमार और मोहित शर्मा की जगह अनुभवी इशांत शर्मा और उमेश यादव को मौका दिया। लेकिन ये दोनों गेंदबाज भी कुछ अंतर पैदा नहीं कर सके। मुहम्मद शमी सर्वाधिक तीन विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज रहे। रवींद्र जडेजा ने किफायती गेंदबाजी करते हुए एक विकेट लिया।
ख़राब गेदबाजी के चलते मिली हार: धोनी
कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी ने दूसरे एकदिवसीय मैच में दक्षिण अफ्रीका के हाथों मिली हार के लिए बल्लेबाजो को दोषी ठहराया। धौनी ने अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन पर खुशी जताई लेकिन बल्लेबाजी से नाखुश दिखे खासकर मध्यक्रम की बल्लेबाजी से। उन्होंने कहा, पिछले मैच की तुलना में हमारे गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया. स्पिनरों ने अच्छी गेंदबाजी की और तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन भी सराहनीय रहा। लेकिन हमारे बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और परिणाम स्वरुप हम सीरीज गवां बैठे।