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पाक: जनवरी के अंत तक मुशर्रफ छोड़ सकते हैं देश

 

इस्लामाबाद: पाक की विशेष अदालत ने 9 जनवरी को पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की चिकित्सा रिपोर्ट की जांच पर फैसला सुनाया। फैसले में अदालत ने मुशर्रफ को 16 जनवरी को अदालत में पेश होने के लिए कहा है ताकि, उनके खिलाफ देशद्रोह अपराध के आरोप पर सुनाई की जा सके। पाक मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार परवेज मुशर्रफ ने कई बार बल देकर कहा था कि मुकदमा समाप्त होने से पहले वे पाकिस्तान नहीं छोडेंगे ,लेकिन पाक सेना की जबरदस्त दखलअंदाजी के कारण उनके इस महीने के अंत तक इलाज के बहाने पाकिस्तान से रवाना होने की संभावना है।
 
गौरतलब है कि, बीती 2 जनवरी को विशेष अदालत जाने के रास्ते में अस्वस्थ महसूस करने के बाद 70 वर्षीय मुशर्रफ इस्लामाबाद के पास स्थित सेना के एक हृदय रोग अनुसंधान संस्था के अस्पताल में भर्ती कराये गये। सेना के अस्पताल ने मुशर्रफ की बीमारी के बारे में अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है। कहा जाता है कि डाक्टर ने मुशर्रफ की जांच रिपोर्ट ब्रिटिश हृदय रोग विशेषज्ञों को भेजी है। ब्रिटिश विशेषज्ञ भावी इलाज प्रोग्राम तय करेंगे। आपको बता दें कि, वर्ष 2007 के नवम्बर महीने में मुशर्रफ ने सेना की चीफ आफ स्टाफ की हैसियत से आपात स्थिति लागू की और लगभग 60 न्यायाधीशों को निरस्त किया। इस कदम से पाक संविधान के उल्लंघन का संदेह पैदा होता है। इसी कारण उन पर देशद्रोह का आरोप लगाया जा रहा है। नवंबर 2013 में पाक ने औपचारिक रूप से मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाना शुरू किया और तीन सदस्यीय विशेष अदालत का गठन किया। यह पाक के इतिहास में पहली बार है कि सेना के किसी पूर्व प्रमुख पर देशद्रोह के अपराध का मुकदमा चलाया जा रहा है।

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