जीत पर ज्यादा न थिरके भाजपा: नीतीश कुमार
नई दिल्ली: अभी कुछ महीने पहले भाजपा के साथ रहने वाली जदयू को भाजपा की जीत शायद नहीं पच रही है। वैसे तो अब तक जदयू भाजपा पर सिर्फ मामूली जुबानी जंग करती आ रही थी लेकिन इस बार उन्होंने तंज और जंग दोनों की सारी सीमाएं ही पार कर दी है। एक बार भी झूठे मुंह से भी यह नहीं कहा कि भाजपा आपको चारो राज्यों में जीत मुबारक हो। आपको बता दे कि कल सोनिया गांधी ने चारो राज्यों यानि दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हार मिलने के बाद भी भाजपा को मुबारकबाद दी थी लेकिन जदयू ने ठीक विपरीत रवैया अपनाया।
सबसे बड़ी बात यह है कि इस बार आपा खोया है सबसे गंभीर नेता व बिहार राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने। नीतीश ने भाजपा पर तंज कसते हुए और सन्देश देते हुए कहा कि उन्हें चार राज्यों में मिली जीत पर ज्यादा थिरकने की जरूरत नहीं है। साथ ही नीतीश ने कहा कि देश में यदि भाजपा को यह लगता है कि उसकी लहर है तो यह गलत है। नीतीश के मुताबिक चारो राज्यों में कांग्रेस की बिगड़ी छवि का फायदा भाजपा को मिला और वह फिर जीती है। आगे नीतीश ने कहा यदि भाजपा यह सोचे कि यह उसकी उपलब्धि है तो यह बात पूर्ण रूप से असत्य है।
अब यदि आकड़ों की बात करें तो दिल्ली और राजस्थान में कांग्रेस का आधिपत्त था लेकिन मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा पहले से ही थी। अब नीतीश के आकडे सही है अथवा गलत इसके बारे में तो सिर्फ वह ही बता सकते हैं लेकिन भाजपा की जीत नीतीश और जदयू को शायद रास नहीं आ रही है और वो विभिन्न प्रकार की बयानबाजी कर रहें है। आपको बात दें यदि बात जदयू की करें तो दिल्ली में उसे सिर्फ एक ही सीट मिली है।
मौजूदा विधानसभा चुनाव के परिणामों में में चारो राज्यों में भाजपा की अच्छी पकड़ देखने को मिली। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला जबकि दिल्ली में अभी खिचड़ी पाक रही है यानि भाजपा बहुमत से मात्र चार सीटें पीछे रही। अब भाजपा की नजरें इस समय दिल्ली में सरकार बनाने पर टिकी हुई हैं।