न्यूयॉर्क के JFK एयरपोर्ट पर नरेंद्र मोदी का हुआ स्वागत
27 Sep 2014

 

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच दिन की अमेरिका यात्रा पर शुक्रवार को जब यहां पहुंचे तब-तब ‘हर हर मोदी’ के नारे से उनका अभिवादन किया गया। मोदी भी भारतीय मूल के लोगों का अभिवादन करने के लिए अपने विशाल सुरक्षा काफिले से बाहर आ गये। लोकसभा चुनाव के दौरान यह नारा सुनने को मिला था। मोदी के होटल के बाहर बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग जुटे थे। उनके हाथों में तख्तियां थीं जिनपर लिखा था, ‘वी लव मोदी’, ‘अमेरिका लव्स मोदी’, ‘इंडियन अमेरिकंस लव मोदी’। वे लोग प्रधानमंत्री के समर्थन में नारे भी लगा रहे थे और हर हर मोदी के अलावा ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के भी जयघोष कर रहे थे। जब मोदी वहां पहुंचे तो स्थानीय पुलिस ने उनके समर्थकों के लिए एक विशेष घेरे का इंतजाम कर रखा था। उनके पहुंचने से पहले न्यूयॉर्क के व्यस्त मैडिसन एवेन्यू इलाके में होटल के समीप यातायात रोक दिया गया एवं पदयात्रियों को भी होटल लेन पार करने के लिए अन्य रास्ता लेने को कहा गया।
 
मोदी ने भी होटल के बाहर भारतीयों को किया अभिवादन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को अमेरिका पहुंचने पर एक दुर्लभ उदाहरण पेश किया और वह भारतीय मूल के लोगों का अभिवादन करने के लिए अपने विशाल सुरक्षा काफिले से बाहर आ गये। यह भीड़ होटल के बाहर मोदी के नाम के नारे लगा रही थी। बड़ी संख्या में वाहनों का काफिला जब होटल पहुंचा तो मोदी काफिले से बाहर आ गये और स्थानीय प्रशासन द्वारा सुरक्षा के लिहाज से बनाये गए उस घेरे में गए जहां लोगों की भीड़ जमा थी। इस होटल में मोदी वाशिंगटन रवाना होने से पहले 29 सितंबर तक ठहरेंगे। प्रधानमंत्री ने वहां खड़े सभी लोगों को नमस्ते किया और फिर वह हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन करते हुए होटल में चले गए। मोदी ने कुछ लोगों से हाथ भी मिलाया जो वहां पहुंचे थे। कई लोग उनका फोटो एवं वीडियो लेते हुए नजर आए। लोग उनका स्वागत करने के लिए दो घंटे पहले से वहां पहुंचे हुए थे। उस समय थोड़ी भगदड़ जैसी स्थिति हो गई जब लोग मोदी को देखने के लिए धक्का मुक्की करने लगे। लोग उनके व्यक्तित्व और उनके आचरण के बारे में भी चर्चा कर रहे थे।
 
मैडिसन स्क्वायर पर पीएम मोदी के भव्य स्वागत की योजना
भारतीय मूल के अमेरिकी यहां मैडिसन स्क्वायर पर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करने की तैयारी में जुटे हैं और आयोजकों ने करीब करीब पूरे दिन के कार्यक्रम की शुक्रवार को घोषणा की जिसमें 16000 आम लोगों एवं 2600 गणमान्य अतिथियों को संबोधित करने के लिए उनके वास्ते 360 डिग्री घूमने वाला मंच शामिल है। गणमान्य अतिथियों में साउथ कैरोलिना की गवर्नर निक्की हेले एवं अन्य भारतीय मूल के निर्वाचित अधिकारी शामिल हैं। वैसे लुइसियाना के गवर्नर बॉबी जिंदल भारी चुनावी समय होने की वजह से नहीं आ पाएंगे। मुख्य स्थल के अलावा अमेरिका में कम से कम 50 ऐसे अन्य स्थान होंगे जहां प्रधानमंत्री के भाषण एवं अन्य कार्यक्रम के सीधे प्रसारण के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। अन्य कार्यक्रम में दो घंटे का मनोरंजन कार्यक्रम भी है। इंडियन अमेरिकन कम्युनिटी फाउंडेशन ने कहा कि भारतीय मूल के अमेरिकियों में अमेरिका-भारत संबंधों को लेकर गहरी रूचि है और 10 हजार से अधिक लोगों ने टिकट बुक करवाए हैं। फाउंडेशन के अध्यक्ष भारत बराई ने कहा, कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अंतिम क्षण में प्रतिदिन सैकड़ों अनुरोध मिल रहे हैं। अमेरिका में 28 लाख भारतीय मूल के अमेरिका हैं जो वहां की जनसंख्या का एक फीसदी है। भारतीय मूल के अमेरिकी एशियाई अमेरिकियों में 16.4 फीसदी हैं। उच्च शिक्षा वाले भारतीय मूल के अमेरिकियों का प्रतिशत भी एशियाई मूल के लोगों में काफी अधिक है। इंडियन अमेरिकन कम्युनिटी फांउडेशन (आईएसीएफ) के प्रवक्ता आनंद शाह ने कहा, 48 अमेरिकी प्रांतों और पांच कनाडाई प्रांतों से भी भारतीय मूल के लोग इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं। आईएसीएफ इस कार्यक्रम के लिए आयोजन के लिए बनाया गया गैर लाभकारी संगठन है और उसने अमेरिका में कार्यरत 450 अन्य भारतीय संगठनों को इस आयोजन के लिए एक जुट किया है। बराई ने कहा कि भारतीय मूल के अमेरिकियों का प्रधानमंत्री से गहरा भावुक लगाव है खासकर इस बात को लेकर कि वह बिल्कुल सामान्य पृष्ठभूमि से विकास माडल के वादे को लेकर उठे हैं। कार्यक्रम 10 बजे शुरू होगा और मोदी के 12 बजे पहुंचने की आशा है। वह करीब एक घंटे तक भाषण देंगे। उनका भाषण हिंदी में होगा और वह बीच बीच में अंग्रेजी में भी अपनी बात रखेंगे।
 
अमेरिकी शहर कोलंबस में मोदी के अमेरिकी दौरे का जश्न
अहमदाबाद के साथ ‘सिस्टर सिटी का संबंध’ रखने वाले अमेरिकी शहर कोलंबस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली अमेरिका यात्रा के उपलक्ष्य में एक खास पत्र जारी किया है। इस उल्लेख में कोलंबस के मेयर माइकल कोलमैन ने शहर के सभी निवासियों से अपील की है कि वे इस महत्वपूर्ण अवसर पर एकसाथ मोदी का स्वागत करें। ओहायो राज्य के शहर कोलंबस का वर्ष 2008 से अहमदाबाद के साथ सिस्टर सिटी का संबंध है। मेयर ने कहा कि वर्ष 2008 से, दोनों शहरों ने दोस्ती के संबंध मजबूत किए हैं और भावी पीढ़ियों के लिए फायदेमंद संबंध स्थापित किए हैं। अहमदाबाद को मजबूत, प्रगतिशील सरकार और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का मॉडल बताते हुए मेयर ने कहा कि कोलंबस भारतीय-अमेरिकी समुदाय को अंगीकार करता है क्योंकि उनकी ओर से समुदाय के लिए किए गए योगदान से ‘हमारी संस्कृति’ समृद्ध होती है। ओहायो राज्य के सीनेटर शेरोड ब्राउन ने एक पत्र के माध्यम से प्रधानमंत्री के रूप में अमेरिका की पहली यात्रा पर मोदी का स्वागत किया। ब्राउन ने मोदी को लिखे पत्र में कहा, प्रधानमंत्री के रूप में आपकी पहली यात्रा दोनों देशों के बीच एक खास संबंध को बढ़ावा देने का एक अहम अवसर है। यह संबंध हमारे साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और परंपराओं पर आधारित है। उन्होंने कहा कि मोदी की अमेरिका यात्रा विश्व के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच के संबंध को मजबूत करेगी। उन्होंने कहा, हमें एकसाथ मिलकर हमारे सामने आने वाली चुनौतियों और अवसरों पर काम करना चाहिए।’’ 25 सितंबर को मोदी को लिखे अपने पत्र में ब्राउन ने कहा, मुझे उम्मीद है कि नवीकृत सहयोग दोनों देशों के नागरिकों को अधिक शैक्षणिक आदान-प्रदान, उद्यमों के विकास और अंतरराष्ट्रीय व्यापार अवसरों एवं आयोजनों से जुड़ने में मदद करेगा। इससे हमारी मित्रता मजबूत होगी।
 
शरीफ ने मोदी को शुभकामना संदेश भेजा
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में कश्मीर का मुद्दा उठाने के कुछ घंटे बाद शनिवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुभकामना संदेश भेजा। यह पूछे जाने पर कि क्या वह न्यूयार्क में कुछ ही घंटे पहले पहुंचे मोदी को कुछ संदेश देना चाहते हैं, शरीफ ने कहा, शुभकामना संदेश मैं भेजना चाहता हूं। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका के उप राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ बैठक करने के बाद निकल रहे शरीफ ने यद्यपि इस सवाल का कोई उत्तर नहीं दिया कि क्या वह न्यूयार्क में मोदी से मुलाकात करना चाहेंगे|

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