सुप्रीम कोर्ट में जज के सामने महिला वकील ने खाया जहर
22 Sep 2014
नई दिल्ली: बिलासपुर की एक महिला वकील ने पुलिस द्वारा इंसाफ न मिलने से सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में आतमहत्या करने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि महिला वकील ने अपने साथ हुए गैंगरेप का आरोप लगाया और कार्रवाई न होने पर क्षुब्ध होकर फिनाइल की टैबलेट कोर्ट में ही खा ली।
महिला को आनन-फानन में उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत नाजुक बतायी जा रही है। जो जानकारी मिली है कि उसके मुताबिक वकील ने दावा किया था कि उसके साथ सामूहिक बलात्कार हुआ है और उसे न्याय नहीं मिल रहा है। खुदकुशी की कोशिश के बाद अदालत ने मामले को संज्ञान में लिया है और कल मामले की सुनावाई होने का आदेश जारी किया है। और कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले की सुनवाई करने का फैसला किया और कल इस मामले को कोर्ट देखेगी। सुप्रीम कोर्ट ने एक अन्य महिला वकील को पीडिता की मदद करने को कहा है। गौरतलब है कि बिलासपुर के तिलकनगर की यह महिला वकील अपने पति से अलग रहती हैं।
महिला ने सिविल लाइन थाने में धारा 498 के तहत अपने ससुराल वालों के खिलाफ प्रताडित करने का आरोप लगाया था। उस महिला ने बताया कि उसके साथ 29 नवम्बर 2013 में उसके ही जेठ, देवर और अन्य दो लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया था। जिसकी शिकायत उसने कोर्ट को पत्र लिखकर की है लेकिन उसे न्याय नहीं मिल पाया है। महिला वकील के जेठ राकेश श्रीवास्तव, उसका बेटा अंशुल श्रीवास्तव व एक अन्य व्यक्ति राजकुमार शर्मा रायपुर से पहुंचे और उन्होंने महिला के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। महिला वकील ने इस मामले में अगले दिन 376 घ, 452, 506 एवं 323,34 के तहत मामला दर्ज करवाया था, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। इससे क्षुब्ध हो कर महिला ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में पहुंच कर आत्महत्या की कोशिश की। फिलहाल महिला की हालत खतरे से बाहर है।