सिन्हा के कंधों पर NDA का कुनबा बढ़ाने का जिम्मा
15 May 2014
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में मोदी की लहर और चुनाव बाद न्यूज चैनलों पर दिखाए जा रहे तमाम एग्जिट पोल के बाद बीजेपी उत्साह से लबरेज है| बीजेपी पूरे कॉन्फिडेंस में है कि, केन्द्र में एनडीए की सरकार पूर्ण बहुमत से बन रही है लेकिन, फिर भी बीजेपी को एनडीए में कुछ दलों को शामिल करने की कवायद तेजी से जारी है| इसी सिलसिले को आगे बढ़ाने के लिए पार्टी ने इसका जिम्मा वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री यशवंत सिन्हा को सौंपा है| बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने एक बैठक में फैसला लिया कि, यशवंत सिन्हा ही एनडीए के कुनबे को बढ़ाएंगे जिससे ज्यादा से ज्यादा दल एनडीए को समर्थन दें और केन्द्र में एनडीए की सरकार बनने में कोई 'इफ एंड बट' ना हो|
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने तय किया है कि, यशवंत सिन्हा AIADMK प्रमुख और तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से बात करेंगे| इसके साथ ही यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी मुखिया मायावती और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से तल्ख तेवरों के मद्देनजर फैसला किया गया है कि, बीजेपी मायावती और ममता बनर्जी से समर्थन नहीं लेगी| गौरतलब है कि, लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के दौरान बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने एक इंटरव्यू में एनडीए को समर्थन ना मिलने की स्थित में मायावती से समर्थन लेने की बात कही थी, इसके साथ ही ये भी कयास लगाए जा रहे थे कि, बीजेपी ममता बनर्जी से भी एनडीए को सपोर्ट करने की बात कर सकती है|
हालांकि, मोदी के इंटरव्यू के बाद मायावती ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर साफ-साफ शब्दों में कह दिया था कि, बीएसपी किसी भी कीमत पर बीजेपी को केन्द्र में सरकार बनाने के लिए समर्थन नहीं देगी| मायावती ने इसे बीजेपी की राजनैतिक साजिश करार दिया था| वहीं, माया के एनडीए को समर्थन देने से इंकार करने के बाद ममता ने भी मोदी को समर्थन देने से इंकार कर दिया था| इसके साथ ही ममता ने मोदी को 'दंगा बाबू' कहकर भी संबोधित किया था|