जनलोकपाल के लिए किसी भी हद तक जा सकता हूं: अरविन्द
08 Feb 2014
नई दिल्ली: ‘जनलोकपाल विल को पारित करवाने के लिए कुछ भी करूँगा’ यह कहना है दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का। अरविन्द ने कहा कि, भ्रष्टाचार निरोधी जन लोकपाल विधेयक को पारित कराने के लिए किसी भी हद तक जा सकता हूं। आपको बता दें कि, जनलोकपाल बिल का विरोध कांग्रेस और भाजपा दोनों ही कर रहीं हैं।
मीडियाकर्मियों को संबोधित कर्ट हुए अरविन्द ने कहा कि, देश में भ्रष्टाचार बहुत ही महत्वपूर्ण और बड़ा मुद्दा है और मै इसके लिए जनलोकपाल को लाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता हूं। जब अरविन्द से यह पूछा गया कि, क्या वह जनलोकपाल के लिए अपने पद से इस्तीफ़ा भी दे सकते हैं तो अरविन्द ने कहा कि, भ्रष्टाचार महत्ती मुद्दा है जिसपर वह किसी भी हद तक जा सकते हैं। यह (इस्तीफा) आपकी व्याख्या है।
इसके साथ ही अरविन्द ने भाजपा-कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि, वह लोग इस बिल को पास नहीं होने देंगे। अरविन्द ने कहा कि, चूंकि कांग्रेस सरकार ने राष्ट्रमंडल खेल परियोजनाओं में कथित भ्रष्टाचार की जांच कराने का निर्णय किया है, कांग्रेस ने अपनी आवाज और तीखी कर दी है। उन्होंने कहा कि पिछले सात साल से दिल्ली नगर निगम की सत्ता पर काबिज भाजपा पर भी इस बारे में आरोप हैं।
ज्ञात हो कि, जनलोकपाल बिल पर केजरीवाल सरकार ने उपराज्यपाल को चिट्ठी लिखी है। मुख्यमंत्री की इस चिट्टी पर अब नया विवाद शुरू हो गया है। इस चिट्ठी में केजरीवाल ने दावा किया है कि दिल्ली सरकार को बिना केंद्र की इजाजत के भी जनलोकपाल बिल लाने का पूरा संवैधानिक हक है। अरविन्द केजरीवाल ने जिन विशेषज्ञों का हवाला देकर दावा किया है अब उन्होंने ने भी केजरीवाल से मुंह मोड लिए हैं। दो विशेषज्ञों का कहना है कि, अरविन्द ने मुझसे इस मामले में किसी प्रकार की राय नहीं ली। गौरतलब हो कि लोकपाल बिल पर आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष ने कहा था कि दिल्लीह के उपराज्य पाल कांग्रेस के एजेंट हैं।