आसाराम प्रकरण: सूरत दुष्कर्म मामलें में चार्जशीट दाखिल
09 Jan 2014

 

गांधीनगर: दुष्कर्म के आरोपों को सामना कर रहे अध्यात्मिक गुरु आसाराम की मुसीबतें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। ताजा मामले में उनके कारनामों का चिट्ठा पुलिस ने अपनी चार्जशीट के जरिए गांधीनगर की कोर्ट में दे दिया दिया। यानि, उनके खिलाफ सूरत की दो बहनों से दुष्कर्म के आरोप में बृहस्पतिवार को गांधीनगर कोर्ट में पुलिस द्वारा चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। आसाराम एक अन्य दुष्कर्म के मामले जो कि, एक शाहजहांपुर की एक नाबालिग लड़की द्वारा लगाया गया था और प्राथमिकी दिल्ली के कमला नगर थाने में दर्ज की गई थी उस आरोप में वह जोधपुर जेल में बंद हैं।

 

गौरतलब है कि सूरत की दो बहनों ने आसाराम और उनके पुत्र नारायण साई पर दुष्कर्म के आरोप लगाए थे। बड़ी बहन ने जहां आसाराम पर, वहीं छोटी बहन ने नारायण पर यौन शोषण करने के आरोप लगाए थे। आसाराम पहले से ही जेल में बंद थे लिहाजा उन्हें सूरत केस में न्यायलय के समक्ष पेश करने में कोई दिक्कत नहीं हुई थी। लेकिन उनके सुपुत्र नारायण साईं करीब 58 दिनों तक पुलिस से चूहे-बिल्ली का खेल खेल रहे थे। अंततः दिल्ली पुलिस ने उन्हें लुधियाना स्थित एक पेट्रोल पंप से गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन, नारायण साईं ने वहां भी पुलिस को गुमराह करने की कोशिस की थी। नारायण ने कहा था कि, वह नारायण है ही नहीं। लेकिन पुलिस को पूरी खबर थी कि, वह नारायण ही हैं अतः पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।

 

इससे पहले आसाराम ने द्वारा अधिवक्ता जयपुर हाईकोर्ट में जमानत के लिए याचिका दायर की गई थी। लेकिन आसाराम के अधिवक्ता रामजेठ मलानी को यह कह कर सुनवाई टाल दी थी कि, वकील साहब इतनी जल्दी भी क्या है? आसाराम के मामले पर सुनवाई इतनी जल्दी संभव नहीं है। वहीँ, रामजेठ मलानी ने दलील दी थी कि, उनके मुवक्किल की न्यायिक हिरासत काफी हो चुकी है लिहाजा वह बेल पाने का अधिकारी है। लेकिन, अदालत ने उनकी एक भी दलीलों को नहीं सुना और मामले की सुनवाई 13 जनवरी तक के लिए ताल दी। आसाराम इन दिनों जोधपुर जेल में बंद हैं।

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