बीजेपी में जिम्मेदारी बांटने को लेकर मंथन!
            
              14 May 2014
            
             
            
            
              नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के बाद जहां तमाम न्यूज चैनलों पर दिखाए जा रहे एग्जिट पोल में एनडीए की सरकार देश में बनती हुई दिख रही है वहीं, इससे बीजेपी नेता काफी खुश हैं| बीजेपी नेताओं को लग रहा है कि, देश में इस बार बीजेपी पूर्ण बहुमत में आएगी और केन्द्र में एनडीए की सरकार बनेगी| इसको लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने चर्चा परिचर्चा और मुलाकातों का दौर भी तेज कर दिया है| इसके साथ ही बीजेपी दूसरे दलों के साथ भी सामंजस्य बिठा रही है| लेकिन वहीं, पार्टी में सब कुछ ऑल इज वेल भी नहीं चल रहा है| सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि, पार्टी के पितामाह कहे जाने वाले वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सरकार में शामिल नहीं हो सकते हैं ऐसे में, बीजेपी वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को नई जिम्मेदारी देने की तैयारी कर रही है| सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि, आडवाणी को एनडीए का संयोजक बनाया जा सकता है| इसके अलावा कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि, उन्हें एनएसी का अध्यक्ष भी बनाया जा सकता है| वहीं, नितिन गडकरी ने इस मुद्दे पर कहा है कि, आडवाणी की भूमिका पर पार्टी उचित समय पर फैसला करेगी।
            
            
               
            
            
              इसी सिलसिले में नितिन गडकरी, पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने बुधवार को चुनाव बाद की स्थितियों पर चर्चा के लिए बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी से गांधीनगर में मुलाकात की। माना जा रहा है कि, इस मुलाकात में चुनाव संबंधी मुद्दों के साथ-साथ 16 मई को लोकसभा चुनाव के नतीजे की घोषणा के बाद की स्थिति पर चर्चा हुई| वहीं, केंद्र में एनडीए की सरकार बनने से पहले ही बीजेपी नेताओं ने मंत्रालय को लेकर मंथन भी शुरू कर दिया है| इससे पहले दिल्ली में आयोजित एक बैठक में मोदी सरकार के संभावित मंत्रियों के नाम पर चर्चा हुई| सूत्रों के हवाले से ख़बर है कि, मुरली मनोहर जोशी स्पीकर बनाए जा सकते हैं तो वहीं, सुषमा स्वराज उप प्रधानमंत्री या रक्षा मंत्री बन सकती हैं| अरुण जेटली को वित्त मंत्रालय दिया जा सकता है तो वहीं, रविशंकर प्रसाद कानून मंत्रालय संभाल सकते हैं जबकि, शाहनवाज हुसैन को विदेश या अल्पसंख्यक मंत्रालय दिया जा सकता है| इसके अलावा मुख्तार अब्बास नकवी को सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनाया जा सकता है| इसके अलावा पीएमओ से धर्मेंद्र प्रधान जुड़ सकते हैं वहीं, स्मृति ईरानी को महिला एंव बाल कल्याण मंत्री बनाया जा सकता है|