ग्राहक, देह-व्यापार और फिर मर्डर
08 Feb 2014
सीतापुर: अब तो वेश्याएं सिर्फ किसी की जिन्दगी बर्बाद करने के लिए जानी जाती थी। पर अब वो अपने ग्राहकों की हत्याएं भी कर देती हैं। ताजा मामले में कुछ ऐसी ही बात सामने आई है। घटना उत्तर प्रदेश राज्य के सीतापुर जिले की है जहां देह-व्यापार में लिप्त वेश्याएं पहले तो अपने ग्राहकों के साथ लूट-पाट करती थीं और जब ग्राहक लूट-पाट का विरोध करते थे तो उसकी हत्या करने के पश्चात शव को अपने घर के पीछे दफना देती थी।
यह घटना सीतापुर शहर में बनी मंडी पुलिस चौकी से केवल 50 कदम की दूरी पर एक मकान में वैश्यावृत का धंधा काफी समय से चल रहा था। इस धंधे में कई महिलाए लिप्त हैं। जो न केवल ग्राहको को फसाती थी बल्कि उनके साथ लूट-पाट भी करती थी। पीड़ित अपनी इज्जत के डर से उनका विरोध नहीं किया करता था। लेकिन, जिस किसी ने भी विरोध किया उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ता था।
बताया जा रहा है कि, शुक्रवार की रात सीतापुर के महोल्ले कोट का एक व्यापारी मोहम्मद आसिफ जब दूकान बंद कर घर के लिए निकला था। इसी बीच वो इन महिलाओ के दलाल के हत्थे चढ़ गया। देर रात घर न लौटने पर परिजनों ने उसकी तालाश शुरू की। पुलिस को भी सूचना दी गयी। तब जाकर सुबह ये खुलासा हुआ कि, आसिफ को मार कर इन महिलाओ ने अपने आवास के परिसर में ज़मीन में गाड़ दिया है। खुलासा होते हीआस पड़ोस के हज़ारो लोग मौके पर जमा हो गये और हंगामा शुरू हो गया।
पुलिस ने मामले में एक दलाल सहित दो देह-व्यपार में लिप्त महिलाओं को हत्या की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। स्थानीय लोगों की माने तो यह घटना पहली बार नहीं घटित हुई है। इससे पहले भी इसी तरह से कई लाशें बरामद की जा चुकी है लेकिन, पुलिस ने कोई कार्यवाई नहीं की। मौजूदा मामले में भी पुलिस कार्यवाई करने से कन्नी काट रही थी लेकिन, इस बार क्षेत्र के लोगों ने भारी हंगामा किया मजबूरन पुलिस को लोगों के सामने घुटने टेकने पड़े और कार्यवाई करनी पड़ी।
मौके पर मिले कई धारदार हथियार
पुलिस ने मौके से कई प्रकार के धारदार हथियार भी बरामद किये है। पुलिस को आशंका है कि, शायद इन्ही हथियारों से आरोपी महिलाओं द्वारा मृतक की हत्या की गई थी। पुलिस ने फिलहाल हथियारों को फोरेंसिक लैब में भेज दिया है। पुलिस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है। पुलिस ने गिरफ्तार तीनों आरोपियों (एक दलाल और दो महिलाओं) के खिलाफ हत्या और लूट की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है।
आरोपी महिलाओं को लोगों ने खूब पीटा
उत्तर प्रदेश पुलिस की कलई यहां पर भी खुली। गिरफ्त में आई महिलाओं ने ही मृतक की हत्या की थी अथवा नहीं यह बात तो जांच के बाद ही सामने आ पायेगी। लेकिन, जिस तरह से गिरफ्तारी प्रकरण में उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस प्रकरण में अपने कर्तव्यों को पूरा किया है उसे देखने अथवा सुनने पर ऐसा लगेगा कि, सूबे की पुलिस वाकई में लापरवाह हो चुकी है।
दरअसल, जब पुलिस आरोपी दलाल और महिलाओं को गिरफ्तार कर लेकर जा रही थी उसी दौरान वहां कुछ लोग आ गए। उन्होंने आरोपी महिलाओं को पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस ने आरोपी महिलाओं को बचाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए। पुलिस महिलाओं को सिर्फ पिटती हुई देख रही थी। इससे यह बात साफ़ साबित हो जाता है कि, सूबे की पुलिस अपने कर्तव्यों के प्रति कितनी तैयार है। यदि, इस घटना में महिलाओं की मृत्यु हो जाती तो पुलिस क्या जवाब देती? यानि एक और पुलिस हिरासत में मौत हो सकती थी।