अरविन्द बोले-पार्टी में बगावत नहीं, और शुरू हो गए..!
नई दिल्ली: ‘आप’ के संयोजक व दिल्ली के होने वाले मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने उन बातों का खंडन किया जिसमे लक्ष्मी नगर से विधायक विनोद कुमार बिन्नी के नाराज होने की बातें आ रही थी। खबर उड़ी थी कि, बिन्नी मंत्रिपद न मिलने से नाराज थे। वह इसी नाराजगी के चलते पार्टी की बैठक से उठकर चले भी गए थे। लेकिन, देर रात ‘आप’ नेता कुमार विश्वास और संजय सिंह ने बिन्नी से मुलाकात की और करीब तीन घंटे तक बात-चीत भी की। उसके बाद अरविन्द मीडिया से मुखातिब हुए और कहा कि, जो खबरे बिन्नी को लेकर उड़ी थी वह मनगढ़ंत थी। उसमे किसी प्रकार की कोई सच्चाई नहीं है। वहीँ, बिन्नी ने भी कहा है कि, वह नाराज नहीं थे। उनके और पार्टी के बीच किसी प्रकार का कोई मतभेद नहीं है।
अभी अरविन्द मुख्यमंत्री पद की शपथ नहीं लिए हैं। लेकिन, वह आज ही ‘जनता दरबार’ लगाकर बैठ गए हैं। वह जनता के बीच आज कौशाम्बी क्षेत्र में बैठे हुए। उन्होंने एक बार फिर से दोहराया कि, जिस दिन वह मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे उसी दिन से ही 700 लीटर प्रत्येक परिवार को पानी मुफ्त में मिलना शुरू हो जाएगा। साथ ही अरविन्द ने कहा कि, जनलोकपाल विधेयक भी जल्द ही पास होगा। उन्होंने कहा कि, अभी तक मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की तारीख की जानकारी नहीं मिल पाई है। जैसे ही तारिख मिलेगी वह वरिष्ठ समाजसेवी अन्ना हजारे को शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण भेजेंगे। दूसरी, तरफ अन्ना हजारे पहले ही यह कह चुके हैं कि, वह अरविन्द के शपथ-ग्रहण समारोह में सम्मलित नहीं होंगे। अन्ना ने अपनी ख़राब स्वास्थ्य का हवाला दिया है।
इसके अलावा, अरविन्द ने कहा कि, उन्हें किसी भी सरकारी बंगले के जरूरत नहीं है। उन्हें लाल बत्ती नहीं चाहिए। उन्हें किसी प्रकार की कोई सुरक्षा नहीं चाहिए। अरविन्द ने कहा कि, जनता उन्हें घर देगी। उन्हें सुरक्षा देगी। अरविन्द ने यह भी कहा कि, ‘उनकी सुरक्षा भगवान और जनता दोनों मिलकर करेंगे। उनका असामाजिक तत्व बाल-बांका भी नहीं कर सकते’। अब जो भी हो अरविन्द केजरीवाल ने उन मिनिस्टरों के मुंह पर Z प्लस सुरक्षा लौटकर और सरकारी बंगले को ठुकराकर तमाचा जरूर मार दिया है। गौरतलब है कि, अरविन्द और उनके अन्य विधायक पहले ही शपथ-पत्र के माध्यम से कह चुके हैं कि, वह सरकारी बंगला, लाल बत्ती और सरकारी सुरक्षा का इस्तेमाल नहीं करेंगे।