एक और सामूहिक दुष्कर्म से दहली मुंबई, आरोपी गिरफ्त में
08 Feb 2014
मुंबई: महिला सुरक्षा की दृष्टि से सबसे उचित जगह माने जाने वाली और चार महानगरों में से एक मुंबई भी अब सुरक्षित नहीं रह गई है। यहां आए दिन सामूहिक दुष्कर्म की घटनाएं घटती रहती हैं। आज एक बार फिर से मुंबई में सामूहिक दुष्कर्म घटने की घटना घटित हुई है। वहीँ, एक अन्य घटना में एक 12 वर्षीय नाबलिस से दुष्कर्म करने की कोशिस किये जाने का मामला प्रकाश में आया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कभी महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित कहे जाने वाला महानगर मुंबई अब महिलाओं की सुरक्षित नहीं रह गई है। ताजा मामले में मुंबई के जोगेश्वरी वेस्ट इलाके में शुक्रवार को एक 16 साल की लड़की के साथ गैंग रेप का मामला सामने आया है। जबकि 12 साल की लड़की के साथ बलात्कार करने की कोशिश की गई है।
फिल हाल मुंबई पुलिस ने मामले के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान अलताफ पटेल (26) और अरमान (23) के रूप में हुई है। इन दोनों पर आरोप है कि, इन्होने जोगेश्वरी वेस्ट इलाके में बीते शुक्रवार को देर शाम घर जा रही दो लड़कियों को जबरन एक ऑटो में खीच लिया और सूनसान जगह पर लेजाकर उनमे से एक लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इसके अतिरिक्त दूसरी लड़की से भी इन दोनों ने दुष्कर्म करने की कोशिस की। लेकिन, कामयाब नहीं हो सके। इस वारदात में इन दोनों के आलावा ऑटो चालाक भी शामिल था। जो कि, अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर चल रहा है।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पीड़ित लड़की के परिजनों द्वारा दिए गए बयानों के आधार पर पुलिस ने तीन में से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और तीसरे आरोपी की सरगर्मी से तलाश कर रही है। उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
मुंबई पुलिस ने बीते साल महालक्ष्मी ईलाके में शती शक्ति मिल कंपाउंड में महिला फोटो पत्रकार के साथ हुए दुष्कर्म के बाद दावा किया था कि, अब ऐसी घटना मुंबई में नहीं घटित होगी। लेकिन, यदि इस घटना पर नजर डालें तो मुंबई पुलिस के दावों के पोल खुलती दिखाई दे रही है। फोटो पत्रकार के बाद कई ऐसे दुष्कर्म के मामलें प्रकास में आए जिनसे मुंबई पुलिस के दावे खोखले साबित हुए हैं। बीते 5 जनवरी को हैदराबद की रहने वाली इस्थर अनुयाहा कुर्ला स्टेशन से गायब हो गई जिन्हें पुलिस सकुशल बरामद नहीं कर सकी थी। उसकी लाश कांजूर मार्ग में जली हुई हालत में मिली। मामले की आरोपी अबतक गिरफ्त से बाहर चल रहें हैं। पुलिस के हाथ आरोपियों के बारे में किसी प्रकार का सुराग नहीं लगा है।
दूसरे मामले में बीते 24 जनवरी को पवई क्षेत्र में एक पार्टी से करीब 25 वर्षीय युवती के साथ बिल्डिंग में तैनात सुरक्षा गार्ड ने दुष्कर्म किया था। उसके बाद 27 जनवरी को बांद्रा टर्मिनल्स के रेलवे वोटिंग रूम के अन्दर एक 25 वर्षीय जर्मन महिला के साथ छेड़खानी हुई। फिर 28 जनवरी को अंधेरी इस्ट में एक नवविवाहिता के साथ दो गैंस वेंडरों ने मिलकर सामूहिक दुष्कर्म किया था और जाँ से मारने की भी कोशिस की थी। उसके बाद फिर 30 जनवरी को फिर एक विदेशी महिला के साथ छोड़खानी हुई।
इस बार बेहद सुरक्षित कहे जाने वाले मुंबई के फोर्ट इलाके में 50 साल की फ्रेंच महिला के साथ बदसलूकी किया गया। अब एक नाबालिग लड़की के साथ हुए गैंग रेप की वरादत ने मुंबई पुलिस के सुरक्षा के दावों की पोल खोल दिया है। यानि कुल मिलकर एक महीने में पांच से अधिक दुष्कर्म की घटनाएं। यह तो वह है जो सामने आ चुकी हैं। जिसके बारे में कोई शिकायतकर्ता नहीं है या जो फाईलें दबी है उसकी बात ही नहीं है।