आदर्श ग्राम योजना इकाई की पहचान करें सांसद: गडकरी
30 Oct 2014
नई दिल्ली: केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नितिन गडकरी ने सांसदों को पत्र लिखकर उनसे आग्रह किया है कि वे आदर्श ग्राम योजना (एसएजीवाई) के तहत उन ग्राम पंचायत की पहचान तत्काल करें, जिन्हें 2016 तक आदर्श ग्राम में तब्दील किया जाना है. हालत यह है कि पीएम के निर्देशों के बावजूद सांसदों ने अबतक गांवों को गोद नहीं लिया है। खबर है कि महज सात सांसदों ने ही अबतक गांवों को गोद लेकर इसकी सूचना ग्रामीण विकास मंत्रालय को दी है। सांसदों की इसी बेरुखी ने ग्रामीण विकास मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखने को मजबूर कर दिया। गडकरी ने उन सभी सांसदों को पत्र के जरिए हिदायत दी है कि वह पीएम के निर्देशों की अवहेलना नहीं करें और जितना जल्द हो सके एक-एक गांव गोद लेकर इसकी सूचना संबंधित जिले के कलेक्टर, राज्य सरकार और केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय को दे दें।
पत्र के मुताबिक, दिशा निर्देश में दी गई समय सीमा के अनुसार यह काम योजना के शुरू होने के एक महीने के अंदर किया जाना है। 11 अक्टूबर को योजना की शुरुआत करते वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी सांसदों से अपील की थी कि वे इस कार्यक्रम को लागू कर ग्राम स्वराज की अवधारणा को जमीन पर उतारें। गडकरी ने कहा, 'अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में हमें इस पहल का नेतृत्व तथा मार्गदर्शन करना होगा। गडकरी ने कहा कि इस योजना का आसान तथा प्रभावी क्रियान्वयन के लिए उनका मंत्रालय हर तरह की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। गडकरी ने कहा, "इस संदर्भ में मैं आपके सक्रिय सहयोग तथा भागीदारी चाहता हूं। उधर, 7 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र बनारस के दो दिवसीय दौरे पर जा रहे हैं। वह 7 और 8 नवंबर को बनारस में रहेंगे। इस दौरान वह जयापुर गांव को गोद लेने की औपचारिक घोषणा कर सकते हैं। इसकी तैयारियां जोरों से चल रही हैं।